खराब प्रदर्शन करने वाली अपनी इक्विटी योजनाओं को पुनर्जीवित करने के लिए फंड ने 2023 में एक बड़ा पुनर्गठन किया था।

भारत का आठवीं सबसे बड़ी फंड कंपनी ऐक्सिस म्युचुअल फंड इक्विटी फंड के रिटर्न में सुधार दर्ज कर रही है। कंपनी की योजनाओं में लगभग दो वर्षों तक रिटर्न चार्ट के दबाव के बाद अब बहाली देखी जा रही है। फंड कंपनी के कई इक्विटी और हाइब्रिड फंड अब अपनी अपनी श्रेणियों में एक साल के रिटर्न चार्ट के शीर्ष आधे हिस्से में आ गए हैं। साथ ही कई योजनाएं लंबी समयावधि में भी सुधार दिखा रही हैं।
खराब प्रदर्शन करने वाली अपनी इक्विटी योजनाओं को पुनर्जीवित करने के लिए फंड ने 2023 में एक बड़ा पुनर्गठन किया था। इस फंड हाउस ने अल्पावधि प्रदर्शन में सुधार का श्रेय फंड प्रबंधन टीम और निवेश प्रक्रिया में महत्त्वपूर्ण बदलावों को दिया है। मौजूदा सीईओ बी गोपकुमार और सीआईओ आशिष गुप्ता दोनों ने ही 2023 के शुरू में अपनी नई जिम्मेदारियां संभाली थीं।
सीआईओ गुप्ता ने कहा कि फंड हाउस ने अपनी मौजूदा ‘ग्रोथ’ निवेश शैली को बनाए रखते हुए उभरते बाजार परिदृश्य को अपनाने के लिए इक्विटी निवेश ढांचे में बड़ा फेरबदल किया है। विभिन्न उपायों के बीच फंड हाउस ने अपनी इक्विटी टीम को मजबूत किया और 2023 में 328 शेयरों से 2024 के अंत तक अपने शेयरों का दायरा बढ़ाकर 450 तक किया। उन्होंने कहा, ‘गुणवत्ता और वृद्धि हमारी निवेश रणनीति का आधार बने हुए हैं। हालांकि हमने अपने पोर्टफोलियो को उभरती आर्थिक गतिविधियों के साथ विविधतापूर्ण बनाया है क्योंकि जीडीपी वृद्धि अधिक व्यापक हो गई है।’
उन्होंने कहा, ‘उदाहरण के लिए, पिछले कुछ वर्षों में वृद्धि और नियोजित पूंजी पर ऊंचे रिटर्न (आरओसीई) न सिर्फ बिजनेस-टु-कंज्यूमर क्षेत्र में दिखे हैं बल्कि बिजनेस-टु-बिजनेस क्षेत्र में भी यह तेजी दिखी है। इसी तरह, ऐसी कंपनियां अब सेवा क्षेत्र तक ही सीमित नहीं हैं और विनिर्माण क्षेत्र में भी उपलब्ध हैं। इसलिए, हमारे पोर्टफोलियो अब उद्योगों और कंपनियों के एक बड़े समूह में अधिक विविध हैं।’
फंड प्रबंधन टीम में चार नए सदस्य शामिल हुए हैं -जयेश सुंदर, सचिन रेलेकर, तेजस शेठ और विशाल अग्रवाल। इनके अलावा, मार्च 2023 से अब तक छह शोध विश्लेषक फर्म में शामिल हो चुके हैं।