संसद में आज बजट सत्र के चौथे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया. अपनी स्पीच के शुरुआत से ही मोदी ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं को जमकर धोया. मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा

PM Modi Parliament Speech today: संसद में आज बजट सत्र के चौथे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया. अपनी स्पीच के शुरुआत से ही मोदी ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं को जमकर धोया. मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा. उन्होंने एक खास राजपरिवार का हवाला देते हुए कहा कि आज हमारे कामों का विरोध करने वाले लोगों की पार्टी की सरकार के दौर में दशकों पहले कहा जाता था- गरीबी हटाओ-गरीबी हटाओ, गरीब हट गए लेकिन गरीबी दूर नहीं. 2014 से लेकर 2024 तक हमारी सरकार ने 10 सालों में 25 करोड़ लोगों को गरीबी के दायरे से बाहर निकाला है.
गरीब की झोपड़ी में फोटो खिंचाने वाले नहीं समझेंगे….: PM MODI
पीएम मोदी ने कहा, ‘हमने ट्रस्टीशिप के भाव से सरकार चलाई. जनता के टैक्स के एक-एक पैसे का जिम्मेदारी से इस्तेमाल किया, लाखों – करोड़ रुपये बचाकर हमने जनता की भलाई के काम किए. एक-एक पैसे का भ्रष्टाचार रोका. डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के जरिए करोड़ों फर्जी लाभार्थियों की चोरी पकड़ी और वो पैसा ईमानदारी से जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया.’
पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उनके साल भर से कारपेंटर से लेकर प्लंबर, रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले कुलियों, से लेकर देश के मजदूरों के बीच जाकर उनसे बात करने के बाद अपना एक्सपीरिएंस सोशल मीडिया पर शेयर करने पर भी तंज कसा. उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उनके ड्राइवरों, कपड़े धुलाई का काम करने वालों और हजामत करने वालों से मिलकर उनका दुखड़ा सोशल मीडिया पर बताकर मोदी सरकार को घेरकर के उनके अनुभवों को बताने की कवायद को फोटो ऑप बताते हुए कहा कि झोपड़ी पर जाकर फोटो खिंचाने वाले हमारी सरकार के काम करने के तरीकों को कभी न समझ पाएंगे.
एक रुपये के 15 पैसे वाला उदाहरण
पीएम मोदी ने अपनी सररकार के काम काज का हिसाब देते हुए कहा, ‘जब ज्यादा बुखार चढ़ जाता है, तो लोग कुछ भी बोलते हैं, इसके साथ ही जब ज्यादा हताशा और निराशा होती है, तो भी लोग भी कुछ भी अनाब-शनाब बोलते रहते हैं. उन्होंने ये भी कहा, ‘हमारा विरोध वो लोग कर रहे हैं जब उनकी सरकार पार्लियामेंट से लेकर पंचायत तक होती थी. दिल्ली से जाता था एक रुपया और गरीबों तक नीचे पहुंचता था 15 पैसा ये बात खुद उन्हीं के प्रधानमंत्री ने कही थी. हमारी सरकार में जो पैसा जितना बजट, जिसके लिए तय होता है, उसके पास ही पहुंचता है.’